तिरंगे में लिपटे Ratan Tata की आखिरी तस्वीरें; राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार, महाराष्ट्र सरकार के सभी कार्यक्रम रद्द

तिरंगे में लिपटे Ratan Tata की आखिरी तस्वीरें; राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार, महाराष्ट्र सरकार के सभी कार्यक्रम रद्द

Ratan Tata Died At The Age Of 86 His Last Breathed in Mumbai

Ratan Tata Died At The Age Of 86 His Last Breathed in Mumbai

Ratan Tata Death: भारत के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा अब नहीं रहे। 86 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। 9 अक्टूबर को देर रात रतन टाटा ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अपनी जिंदगी की अंतिम सांस ली। रतन टाटा 28 दिसंबर 1937 को मुंबई में जन्मे थे। निधन के बाद रतन टाटा का पार्थिव शरीर कोलाबा स्थित उनके आवास पर लाया गया। तिरंगे में लिपटे रतन टाटा के पार्थिव शरीर को NCPA लॉन में जनता के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। आज शाम 4 बजे के करीब वर्ली श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

बिगड़ती जा रही थी रतन टाटा की तबीयत

पिछले कुछ दिनों से उनकी तबियत बिगड़ती जा रही थी। वह उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। जिसके बाद हाल ही में उन्हें ब्रीच कैंडी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। इस बीच रतन टाटा की हालत गंभीर होने की भी खबर आई थी। लेकिन इस खबर को नकार दिया गया था। हालांकि, इलाज के दौरान रतन टाटा को बचाया नहीं सका और इसी के साथ देश ने एक दिग्गज उद्योगपति के साथ-साथ 'रत्न' जैसे एक व्यक्ति को खो दिया। रतन वाकई भारत के 'रत्न' ही थे.

यादों में हमेशा जिंदा रहेंगे रतन टाटा

भारत के औद्योगिक और आर्थिक क्षेत्र के साथ रोजगार सृजन में रतन टाटा ने अपनी महतवपूर्ण भूमिका निभाई। रतन टाटा ने अपनी सारी जिंदगी देश के नाम कर दी. सादगी भरी जिंदगी जीने वाले रतन टाटा बड़े दरियादिल थे, और करोड़ों लोगों आदर्श और प्रेरणादायक भी रहे। यानि रतन टाटा की चर्चा एक विशेष उद्योगपति के तौर पर तो होती थी। साथ ही वह एक शानदार व्यक्ति के तौर पर भी लोगों के बीच मशहूर थे।

सभी को यह भी मालूम है कि, टाटा का कारोबार खड़ा करने में रतन टाटा के शुरुवाती दिन बहुत संघर्ष भरे रहे। लेकिन बिजनेस टायकून और अरबपति रतन टाटा ने कभी हार नहीं मानी। आज रतन टाटा के निधन पर पूरे देश में शोक की लहर है। देश के कोने-कोने से उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है। वहीं देश-दुनिया की दिग्गज हस्तियां भी रतन टाटा के निधन पर गहरा दुख व्यक्त कर रहीं हैं।

टाटा समूह सदमे में

उद्योगपति रतन टाटा के निधन से टाटा समूह को सबसे बड़ा झटका लगा है। रतन टाटा 'टाटा' की नींव थे। टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि, हम रतन नवल टाटा को गहरी क्षति के साथ विदाई दे रहे हैं, वे वास्तव में एक असाधारण नेता थे, जिनके अतुलनीय योगदान ने न केवल टाटा समूह को बल्कि हमारे राष्ट्र के ढांचे को भी आकार दिया है।

तिरंगे में लिपटे Ratan Tata की आखिरी तस्वीरें

Ratan Tata Died At The Age Of 86 His Last Breathed in Mumbai

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Ratan Tata Died At The Age Of 86 His Last Breathed in Mumbai

Ratan Tata Died At The Age Of 86 His Last Breathed in Mumbai
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राजकीय सम्मान के साथ होगा रतन टाटा का अंतिम संस्कार

भारत की अर्थव्यवस्था में अतुलनीय योगदान देने वाले दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। महाराष्ट्र सरकार ने इसकी घोषणा की है। रतन टाटा को पूरे सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जा रही है। महाराष्ट्र सरकार ने रतन टाटा के सम्मान में एक दिन का शोक घोषित किया है। टाटा के सम्मान में सभी सरकारी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और आज सरकार का कोई सांस्कृतिक या मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा। राज्य सरकार के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं।

Ratan Tata Died At The Age Of 86 His Last Breathed in Mumbai

 

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा- रतन टाटा का निधन दुखद

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा- ''श्री रतन टाटा के दुखद निधन से भारत ने एक ऐसे आइकन को खो दिया है, जिन्होंने कॉर्पोरेट विकास को राष्ट्र निर्माण और उत्कृष्टता को नैतिकता के साथ जोड़ा। पद्म विभूषण और पद्म भूषण से सम्मानित, उन्होंने टाटा की महान विरासत को आगे बढ़ाया और इसे और अधिक प्रभावशाली वैश्विक उपस्थिति दी। उन्होंने अनुभवी पेशेवरों और युवा छात्रों को समान रूप से प्रेरित किया। परोपकार और दान के लिए उनका योगदान अमूल्य है। मैं उनके परिवार, टाटा समूह की पूरी टीम और दुनिया भर में उनके प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करती हूं।"

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भारत सरकार से अमित शाह जाएंगे अंतिम संस्कार में

रतन टाटा के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संवेदना व्यक्त की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के बाहर जाने के चलते रतन टाटा के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पा रहे हैं। इसलिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भारत सरकार की ओर से रतन टाटा के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। पीएम मोदी ने कहा- ''श्री रतन टाटा जी एक दूरदर्शी बिजनेस लीडर, एक दयालु आत्मा और एक असाधारण इंसान थे। उन्होंने भारत के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित व्यापारिक घरानों में से एक को स्थिर नेतृत्व प्रदान किया। साथ ही, उनका योगदान बोर्डरूम से कहीं आगे तक गया। उन्होंने अपनी विनम्रता, दयालुता और हमारे समाज को बेहतर बनाने के लिए एक अटूट प्रतिबद्धता के कारण कई लोगों को अपना मुरीद बना लिया।"

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दुख जताया

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- ''दिग्गज उद्योगपति और सच्चे राष्ट्रवादी, श्री रतन टाटा जी के निधन से बहुत दुःख हुआ। उन्होंने निस्वार्थ भाव से अपना जीवन हमारे राष्ट्र के विकास के लिए समर्पित कर दिया। जब भी मैं उनसे मिला, भारत और उसके लोगों की बेहतरी के लिए उनके उत्साह और प्रतिबद्धता ने मुझे चकित कर दिया। हमारे देश और उसके लोगों के कल्याण के लिए उनकी प्रतिबद्धता ने लाखों सपनों को जन्म दिया। समय रतन टाटा जी को उनके प्यारे देश से दूर नहीं कर सकता। वह हमारे दिलों में जीवित रहेंगे। टाटा समूह और उनके अनगिनत प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएँ। ओम शांति शांति शांति"

राजनाथ सिंह ने कहा- रतन टाटा के निधन से दुखी हूं

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रतन टाटा के निधन पर गहरा दुख जताया है। राजनाथ सिंह ने कहा कि, रतन टाटा के निधन से दुखी हूं। वह भारतीय उद्योग जगत के दिग्गज थे, जिन्हें हमारी अर्थव्यवस्था, व्यापार और उद्योग में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए जाना जाता है। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। उनकी आत्मा को शांति मिले।"

नितिन गडकरी बोले- रतन टाटा के निधन से स्तब्ध हूं

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा "देश के गौरवशाली सपूत रतन टाटा जी के निधन की खबर सुनकर मैं स्तब्ध हूं। तीन दशकों से अधिक समय तक मुझे उनके साथ एक गहरा व्यक्तिगत और करीबी पारिवारिक संबंध रखने का सौभाग्य मिला, जहां मैंने उनकी विनम्रता, सादगी और सभी के प्रति वास्तविक सम्मान देखा, चाहे उनकी स्थिति कुछ भी हो। उनके जीवन में ईमानदारी और करुणा के मूल्य समाहित थे, जो कई लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहे।

गडकरी ने कहा- वह भारत के अग्रणी उद्योगपति के रूप में, अर्थव्यवस्था और रोजगार सृजन में उनके उल्लेखनीय योगदान ने अनगिनत लोगों के जीवन को बदल दिया। अपने व्यावसायिक कौशल से परे, वह एक समर्पित देशभक्त और सामाजिक रूप से जागरूक नेता थे, जिन्होंने समाज को गहराई से प्रभावित किया। मैंने उनसे जो सीखा, वह हमेशा मेरे जीवन में गूंजता रहेगा। उनका जाना हमारे देश के लिए बहुत बड़ा दुख है, क्योंकि हमने एक दूरदर्शी और दयालु मार्गदर्शक खो दिया है। ओम शांति।"

नड्डा ने शोक व्यक्त किया

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा- ''भारतीय उद्योग जगत के दिग्गज और परोपकार के प्रतीक श्री रतन टाटा जी के निधन से बहुत दुख हुआ। उद्योग और समाज में उनके उल्लेखनीय योगदान ने हमारे देश और दुनिया पर अमिट छाप छोड़ी है। वह न केवल एक व्यावसायिक आइकन थे, बल्कि विनम्रता, अखंडता और करुणा के प्रतीक थे। इस भारी क्षति की घड़ी में, हम उनके परिवार, दोस्तों और उन सभी लोगों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं, जिनके जीवन को उन्होंने छुआ। उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।"

राहुल गांधी ने कहा- रतन टाटा एक दूरदर्शी व्यक्ति थे

कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी रतन टाटा के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। राहुल गांधी ने कहा- "रतन टाटा एक दूरदर्शी व्यक्ति थे। उन्होंने व्यापार और परोपकार दोनों पर अमिट छाप छोड़ी है। उनके परिवार और टाटा समुदाय के प्रति मेरी संवेदनाएं।"

एकनाथ शिंदे ने कहा- देश के एक अनमोल रत्न थे रतन टाटा

उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, रतन टाटा का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। वह देश के एक अनमोल रत्न थे। जो हमारे बीच नहीं रहे हैं। ये हमारे लिए दुखद है। वो महाराष्ट्र और भारत देश के अभिमान थे, उनको देख कर लोगों में ऊर्जा और प्रेरणा आती थी। उन्हें कई पुरस्कार मिले, उन्हें पुरस्कार देने से पुरस्कार का मान बढ़ गया। उन्होंने लाखों करोड़ों लोगों को अपने पैरों पर खड़ा करने का काम किया। मैं महाराष्ट्र सरकार और जनता की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं।

वहीं उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "रतन टाटा जी बहुत ही सफल उद्योगपति तो थे ही लेकिन उससे भी बड़े व्यक्ति के रूप में हम उन्हें देखते हैं। उन्होंने देश और समाज के लिए काम किया है। उन्होंने केवल सफल उद्योग नहीं बल्कि एक ऐसा ब्रांड खड़ा किया जिसने हमारे देश को एक वैश्विक पहचान दी... देश के लिए ये बहुत बड़ा नुकसान है।"

मुकेश अंबानी ब्रीच कैंडी अस्पताल पहुंचे थे

रतन टाटा के निधन की खबर सुनते ही रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ब्रीच कैंडी अस्पताल पहुंचे थे। जहां उन्होंने रतन टाटा के निधन पर संवेदना व्यक्त की और उनके अंतिम दर्शन किए। वहीं अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी ने भी दुख व्यक्त किया है। अडानी ने कहा- "भारत ने एक दिग्गज, एक दूरदर्शी व्यक्ति को खो दिया है, जिसने आधुनिक भारत के मार्ग को फिर से परिभाषित किया। रतन टाटा केवल एक व्यापारिक नेता नहीं थे - उन्होंने भारत की भावना को ईमानदारी, करुणा और व्यापक भलाई के लिए एक अटूट प्रतिबद्धता के साथ मूर्त रूप दिया। उनके जैसे दिग्गज कभी नहीं मिटते। ओम शांति"

आनंद महिंद्रा ने कहा- स्वीकार नहीं कर पा रहा हूं

महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने कहा- ''मैं रतन टाटा की अनुपस्थिति को स्वीकार नहीं कर पा रहा हूं। भारत की अर्थव्यवस्था ऐतिहासिक छलांग लगाने के कगार पर है और रतन के जीवन और कार्य का हमारे इस स्थिति में होने में बहुत बड़ा योगदान है। इसलिए, इस समय उनका मार्गदर्शन और अमूल्य होता। उनके जाने के बाद, हम बस यही कर सकते हैं कि उनके उदाहरण का अनुकरण करने के लिए प्रतिबद्ध हों। क्योंकि वह एक ऐसे व्यवसायी थे जिनके लिए वित्तीय संपत्ति और सफलता सबसे उपयोगी तब थी जब इसे वैश्विक समुदाय की सेवा में लगाया जाता था। अलविदा और भगवान की कृपा हो। आपको भुलाया नहीं जाएगा। क्योंकि किंवदंतियां कभी नहीं मरतीं... ओम शांति"